विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नेट - समाजशास्त्र
टिप्पणीः पाठ्यक्रम दस इकाइयों में विभक्त है। प्रश्नपत्र में 100 150/ 200 बैकल्पिक प्रश्न पूछे जाएँगे। प्रत्येक प्रश्न के चार विकल्प होंगे, जिनमें से एक सही विकल्प का उत्तर देना होगा। प्रत्येक इकाई में से कम से कम 10/15/ 20 प्रश्न पूछे जाने अनिवार्य होंगे। प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 या 2 अंक निर्धारित होंगे।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नेट - समाजशास्त्र पाठ्यक्रम
इकाई-I समाजशास्त्रीय सिद्धान्त
- शास्त्रीय समाजशास्त्रीय पंरपराएँ
- इमाइल दुर्चीम
- मैक्स वेबर
- कार्ल मार्क्स
- संरचना प्रकार्यवाद एवं संरचनावाद
- ब्रोनिस्लो मेलिनोस्की
- ए.आर.रेडक्लिफ-ब्राउन
- टालकॉट पारसंस
- रॉबर्ट के, मर्टन
- क्लॉड लेवी स्ट्रास
- व्याख्यात्मक एवं निर्वचनात्मक परम्पराएं
- जी.एच.मीड
- कार्ल मैनहेम
- अल्फ्रेड शुट्ज़
- हेरोल्ड गारफिंकल
- इरविंग गौफ्फमैन
- क्लिफ़र्ड गीज
- उत्तर आधुनिकतावाद, उत्तर संरचनावाद तथा उत्तर उपनिवेशवाद
- एडवर्ड सेड
- पियरे बोर्दियू
- मिशेल फूको
- युर्गेन हेबरमास
- एंथोनी गिडेंस
- मैनुअल कैसेल्स
- भारतीय चिंतक
- एम.के. गांधी
- बी.आर.अम्बेडकर
- राधाकमल मुखर्जी
- जी.एस.घुर्ये
- एम.एन.श्रीनिवास
- इरावती कर्वे
इकाई-II शोध प्रविधियां और विधियां
- सामाजिक यथार्थ की अवधारणा
- विज्ञान का दर्शन
- सामाजिक विज्ञान में वैज्ञानिक विधि और ज्ञानमीमांसा
- व्याख्यात्मक परम्पराएं
- सामाजिक विज्ञान में वस्तुनिष्ठता तथा परावर्तकता
- आचारशास्त्र तथा राजनीतिशास्त्रर्क्स
- शोध अभिकल्प निरूपण
- सामाजिक विज्ञान शोध, डाटा और प्रलेख पठन।
- आगमन और निगमन
- तथ्य, संबोध और सिद्धान्त
- प्राक्कल्पना, शोध प्रश्न, उद्देश्य
- परिमाणात्मक तथा गुणात्मक विधियां
- नृजातिवर्णन
- सर्वेक्षण विधि
- ऐतिहासिक विधि
- तुलनात्मक विधि
- तकनीकें
- निदर्शन
- प्रश्नावली और अनुसूची
- सांख्यिकीय विश्लेषण
- अवलोकन, साक्षात्कार और वैयक्तिक अध्ययन
- निर्वचन, आंकड़ाविश्लेषण और प्रतिवेदन लेखन
इकाई-III मौलिक अवधारणाएँ और संस्थाएं
- समाजशास्त्रीय अवधारणाएं
- सामाजिक संरचना
- संस्कृति
- नेटवर्क
- प्रस्थिति और भूमिका पहचान
- समुदाय प्रवासी
- मूल्य, मानदंड और नियम
- पर्सनहुड, हैबिटस और एजेन्सी
- अधिकारी-तंत्र, सत्ता और प्राधिकार
- सामाजिक संस्थाएं
- विवाह, परिवार और नातेदारी
- अर्थव्यवस्था
- राज्य शासन विधि
- धर्म
- शिक्षा
- कानून और रीति-रिवाज
- सामाजिक स्तरीकरण
- सामाजिक विभेद, पदानुक्रम, असमानता और पाकरण
- जाति और वर्ग
- लिंग, लैंगिकता और दिव्यांगता
- प्रजाति, जनजाति और नृजातीयता
- सामाजिक परिवर्तन और प्रक्रियाएं
- उद्विकास और प्रसार
- आधुनिकीकरण और विकास
- सामाजिक रूपान्तरण और वैश्वीकरण
- सामाजिक गतिशीलता
इकाई-IV ग्रामीण एवं नगरीय रूपान्तरण
- ग्रामीण एवं खेतिहर समाज
- जाति-जनजाति बस्तियां
- कृषक सामाजिक संरचना और उभरते वर्ग सम्बन्ध
- भूस्वामित्व और कृषक सम्बन्ध
- कृषक अर्थव्यवस्था का ह्रास, विकृषिकरण और प्रवसन
- कृषक अंसतोष और खेतिहर आंदोलन
- बदलते अंतर-समुदाय सम्बन्ध और हिंसा
- नगरीय समाज
- नगरवाद, नगरीयता और नगरीकरण
- कस्बे, शहर और महानगर
- उद्योग, सेवा और व्यवसाय
- पड़ोस, गंदी बस्तियां और नृजातीय अंतःक्षेत्र
- मध्यमवर्ग और गेटेड कम्युनिटी
- नगरीय आंदोलन और हिंसा
इकाई-V राज्य, राजनीति और विकास
- भारत में राजनीतिक प्रक्रियाएं
- जनजाति, राष्ट्र राज्य और सरहद
- अधिकारीतंत्र
- अभिशासन और विकास
- लोक नीतिः स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविकाएं
- राजनीतिक संस्कृति
- तृण-मूल प्रजातंत्र
- विधि और समाज
- लिंग और विकास
- भ्रष्टाचार
- अंतर्राष्ट्रीय विकास संगठनों की भूमिका
- सामाजिक आंदोलन और विरोध
- राजनीतिक गुट, दबाव गुट
- जाति, नृजातीयता, विचारधारा, लिंग, दिव्यांगता, धर्म और क्षेत्र-आधारित आंदोलन
- सिविल सोसाइटी और नागरिकता
- गैर-सरकारी संगठन, सक्रियताबाद और नेतृत्व
- आरक्षण और राजनीति
इकाई-VI अर्थव्यवस्था और समाज
- विनिमय, उपहार, पूंजी, श्रम और बाजार
- उत्पादन की विधियों पर बहस
- सम्पत्ति और सम्पत्ति सम्बन्ध
- राज्य और बाजारः कल्याणवाद और नव-उदारतावाद
- आर्थिक विकास के मॉडल
- गरीबी और अपवर्जन
- कारखाना और उद्योग प्रणालियां
- श्रम सम्बन्धों की बदलती प्रकृति
- लिंग और श्रम प्रक्रिया
- कारोबार और परिवार
- डिजिटल अर्थव्यवस्था और ई-बाणिज्य
- वैश्विक कारोबार और कार्पोरेट्स
- पर्यटन
- उपभोग
इकाई-VII पर्यावरण और समाज
- सामाजिक और सांस्कृतिक पारिस्थितिकी - विविध रूप
- प्रौद्योगिकीय परिवर्तन, कृषि और जैव विविधता
- देशीय ज्ञान प्रणालियां और देशी औषधि
- लिंग और पर्यावरण
- वन नीतियां, आदिवासी और अपवर्जन
- पारिस्थितिकीय ह्रास और प्रवास
- बिकास, विस्थापन और पुनर्वास
- जल और सामाजिक अपवर्जन
- आपादा और सामुदायिक प्रतिक्रियाएं
- पर्यावरण प्रदूषण, जन स्वास्थ्य और दिव्यांगता
- जलवायु परिवर्तन और अंतर्राष्ट्रीय नीतियां
- पर्यावरण संबंधी आन्दोलन
इकाई-VIII परिवार, विवाह और नातेदारी
- सैद्धान्तिक उपागम: संरचना-प्रकार्यवादी, वैवाहिक बंधन और सांस्कृतिक
- लिंग सम्बन्ध और शक्ति गतिकी
- विरासत, उत्तराधिकार और प्राधिकार
- लिंग, लैंगिकता, और प्रजनन
- बच्चे, युवा और वयस्क
- भावनाएं और परिवार
- परिवार के उभरते रूप
- विवाह की बदलती परिपाटियां
- देखभाल एवं संपोषक प्रणालियों के बदलते स्वरूप
- पारिवारिक कानून
- घरेलू हिंसा और महिलाओं विरूद्ध अपराध
- ऑनर-किलिंग
इकाई-IX विज्ञान, प्रौद्योगिकी और समाज
- प्रौद्योगिकीय विकास का इतिहास
- समय और स्थान की बदलती धारणाएं
- प्रवाह और सीमाएं
- आभासी समुदाय।
- मीडियाः मुदित और इलेक्ट्रोनिक, दृश्यात्मक और सामाजिक मीडिया
- ई-अभिशासन और निगरानी समाज
- प्रौद्योगिकी और उभरती राजनीतिक प्रक्रियाएं
- राज्य नीति, डिजिटल डिवाइड तथा समावेशन
- प्रौद्योगिकी और बदलते पारिवारिक सम्बन्ध
- प्रौद्योगिकी और बदलती स्वास्थ्य व्यवस्थाएं
- खाद्य और प्रौद्योगिकी
- साइबर अपराध
इकाई-X संस्कृति और सांकेतिक रूपान्तरण
- संकेत और प्रतीक
- धार्मिक अनुष्ठान, आस्थाएं और प्रथाएं
- बदलती भौतिक संस्कृति
- नैतिक अर्थव्यवस्था
- शिक्षा: औपचारिक और अनौपचारिक
- धार्मिक संगठन, धर्मनिष्ठता और आध्यात्मिकता
- धार्मिक अनुष्ठानों का वस्तुकरण
- साम्प्रदायिकता और धर्मनिरपेक्षता
- सांस्कृतिक पहचान और लामबंदी
- संस्कृति और राजनीति
- लिंग, देह और संस्कृति
- कला और सौन्दर्यबोध विज्ञान
- आचारशास्त्र और नैतिकता
- खेलकूद और संस्कृति
- तीर्थाटन और धार्मिक पर्यटन
- धर्म और अर्थव्यवस्था
- संस्कृति और पर्यावरण
- नूतन धार्मिक आंदोलन